गतिमान बेरुखी, पढ़ाई का बंधन

Wiki Article

आज के युग में बच्चों को सीखना की ओर आकर्षित करना एक बड़ी अवसर बन गया है। महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी और आधुनिकता के कारण, बच्चे पढ़ाई से दूर रुचि खो चुके हैं। यह उनकी करियर को भी प्रभावित करता है।

परिवार और शिक्षा प्रणाली को मिलकर बच्चों की {रुचि को आकर्षित करना होगा। उन्हें सीखने में मज़ा होना चाहिए, न कि केवल परिश्रम।

दिमाग़ भटका हुआ, किताबें भूल गयी

यह कैसी व्यथा है यह। युवक जिसका मन भटक गया है, वह किताबें भूल गया है. लगातार सोचो में खो जाता है, और जिज्ञासा का पथ भूल जाता है।

पढाई में उदासी, आकर्षण कहां है?

आज के युग में विद्या का महत्व और भी बढ़ गया है। फिर भी, अनेकों छात्रों में अध्ययन की ओर प्रतिबद्धता कम होती जा रही है। यह सोचना थोड़ा अजीब लगता है कि जब बेहद सारे अवसर उपलब्ध हैं, फिर भी युवा पीढ़ी ज्ञान प्राप्ति में निराशा से जूझ रही है। क्या यह ज्ञानी बनने की चाहत की कमी है, या फिर आधुनिक शिक्षण पद्धतियां को आकर्षित करने में असफल हो रही हैं? यह एक गंभीर चिंता का विषय है जिसे हमारी तत्काल ध्यान में लेने की आवश्यकता है।

उचित शिक्षण पद्धतियां को बढ़ावा देना, छात्रों के जीवन में प्रेरणा को जगाना और उन्हें कौशल विकास हासिल करने के लिए प्रेरित करना महत्वपूर्ण है। केवल ज्ञान here ही जीवन की गतिशीलता नहीं, बल्कि एक स्थायी और मान्य भविष्य का निर्माण भी करती है।

मनोरंजन की दुश्मनी, पढ़ाई का पतन

आज के दौर में, बच्चों/युवाओं/नौजवानों को हर तरफ से मनोरंजन का आकर्षण दिखाई देता है। टीवी/गेम्स/इंटरनेट पर नये-नये प्रोग्राम/गेम/कंटेंट लगातार प्रस्तुत होते रहते हैं जो उनकी ध्यान/रुचि/समय को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। परंतु/लेकिन/वह, पढ़ाई का भी महत्व/उपयोग/ज़रूरीता है। मनोरंजन में लगाए हुए समय का बदला अध्ययन/बौद्धिक विकास/ज्ञान में एक अथाह प्रवाहिती, जो हमें निराशाजनक परिणामों के साथ बनाता है। हमेशा अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहकर, और हर कदम पर ज्ञान प्राप्ति की चाहत रखते हुए ही इस बड़े सफ़र में सफलता' का स्वाद ले सकते हैं । ज्ञान हमें मन की शांति| आत्मिक उन्नति| नई समझ देकर, यह शून्यता भर सकता है।

यह शून्यता है जो ज्ञान की प्राप्ति तक हमें विचलित करती है, और हमें अनंत खोज में खो देती है।

बढ़ती चिंता और पढ़ाई का विरोध

आज के समय में बच्चे बहुत ज़्यादा/बहुत तनाव से जूझ रहे हैं। नए की आँखों में पढ़ाई का भार झलकता है।

पाठ्यक्रम के प्रति उनकी रुचि कम हो रही है और वे पढ़ाई को एक भारी/महत्वपूर्ण काम मानने लगे हैं।

Report this wiki page